मुझे वर दो गुरु महाराज,
तेरे चरणों का दास बनूं |
करूं निशदिन तेरी भकती,
तेरे दासों का दास बनूं |
आपका रूप उज्वल हैं,
चमक सारे जमाने की |
आपका नाम सांचा है,
तेरे शबदों का ध्यान धरूं |
मुझे वर ..................
तेरा तो नाम जग तारन,
हरें दीनों के दुखडों को |
मैं मूरख ना समझ स्वामी,
तेरा गुणगान नित ही करूंँ |
मुझे वर.....................
मैं मैली चादरों लिपटा,
आप सतसंत हैं मालिक |
पार कर दो जगत भव से,
नहीं मूरत की बात करूं |
मुझे वर..................
जगत में दूसरा नहीं है,
दिखा दे राम दरशन को |
बता दे देह का मोती,
जिसे दिन रात मैं ना हरूं |
मुझे वर दो गुरू महाराज,
तेरे चरणों का दास बनूं |
करूं निशदिन तेरी भक्ती,
तेरे दासों का दास बनूं |
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